Class 12th Chemistry Chapter-01 ठोस अवस्था part – 03 ठोस अवस्था का ही एक अहम् भाग है | अगर आप इस इकाई अथवा पाठ को अच्छे से अध्ययन करना चाहते है तो हम आपसे यही अनुरोध करते है कि आप इस बहुत बड़ी इकाई को छोटे छोटे part में पढ़े | यही वजह है कि हम आपको यहाँ पर part वाइज नोट्स Provide कर रहे है | इस part में जो भी महत्वपूर्ण हैडिंग है उन्हें जरूर याद करे | क्यूंकि ये ही आपको अच्छे मार्क्स प्राप्त करने में मदद करेंगी |
Table of Contents
ToggleIf you need online tutor or help for any questions like mathematics, physics, chemistry numerical or theory then you can contact me on WhatsApp on +918755084148 or click here. Our team help you all time with cheap and best price. If need it on video our team provide you short video for your problem. So keep in touch of our team specialists.
What We Learn In This Part
इस भाग में हम बोर्ड में पूछे गये कम से कम 3 से 5 मार्क्स का अध्ययन करेंगे | अत: आप इन्हें ध्यान से पढ़े | अगर आप कुछ समस्या महसूस करते है तो आप हमे सम्पर्क कर सकते हो और आप Ask Question पर क्लिक करके प्रश्न भी पूछ सतके हो | हम आपसे ये गुजारिश करते है कि आप इन महत्वपूर्ण हैडिंग को अवस्य याद करेंगे | क्यूंकि ये वो सभी हैडिंग है जो पिछले बहुत सालो के पेपर में रिपीट हुई है | अगर आप इन्हें याद करके एग्जाम में बैठते है तो आप 90 % से अधिक अंक हासिल कर सकते है |
Class 12th Chemistry Chapter-01 ठोस अवस्था part – 03 में महत्वपूर्ण Headings निम्नलिखित है | इन्हें अच्छे से याद करे | ये आपको अच्छे अंक दिलाने में मदद करेगी:
- धातु क्रिष्टल में निविड़ संकुलन और एक विमा में संकुलन
- द्विविम में वर्ग और षटकोणीय निविड संकुलन
- उपसह्सयोजन संख्या और द्विविम वर्ग निविड संकुलित परतों से त्रिविम निविड संकुलन
- चतुष्फलकीय रिक्ति और अष्टफलकीय रिक्तियाँ
- रिक्तियों की संख्यां और चतुष्फलकीय रिक्ति और अष्टफलकीय रिक्तियाँ में सम्बन्ध
- संकुलन क्षमता और d व r में सम्बन्ध
- सरल घनीय जालक में संकुलन क्षमता और यौगिक का सूत्र
धातु क्रिष्टल में निविड़ संकुलन और एक विमा में संकुलन
धातु क्रिष्टल में निविड़ संकुलन :- जब अवयवी कण इस प्रकार संकुलित होते है की इनका आयतन निम्नतम रहे ताकि घनत्व सर्वाधिक प्राप्त हो सके तो संकुलन निविड़ संकुलन कहलाता है ये सामान्यत: निम्न प्रकार का होता है-
एक विमा में संकुलन :-एक विमा में ठोसों के अवयवी कणों की निविड संकुलन की केवल एक विधि हो सकती है।
द्विविम में वर्ग और षटकोणीय निविड संकुलन
द्विविमा में निविड संकुलन (CLOSE PACKING IN TWO DIMENSIONS)
(क) SQUARE CLOSE PACKING IN TWO DIMENSION (द्विविम में वर्ग निविड़ संकुलन)
(ख) TWO DIMENSIONAL HEXAGONAL CLOSE PACKING (द्विविम षटकोणीय निविड संकुलन)
उपसह्सयोजन संख्या और द्विविम वर्ग निविड संकुलित परतों से त्रिविम निविड संकुलन
उपसह्सयोजन संख्या :- एक कण के निकटतम गोलों की संख्या उपसह्सयोजन संख्याकहलाती है जैसे एक विमा में 2 द्विविमा में वर्गाकार में 4 षटकोणीय में 6 होती है |
(क) द्विविम वर्ग निविड संकुलित परतों से त्रिविम निविड संकुलन:- घनीय निविड संकुलित परतों की पहली लाईन के ठीक ऊपर दूसरी परत रखकर तथा ठीक इन परतों के क्षैतिज दूसरी परतों को रखकर त्रिविमा में निविड संकुलन प्राप्त किया जा सकता है।
चतुष्फलकीय रिक्ति और अष्टफलकीय रिक्तियाँ
रिक्तियों की संख्यां और चतुष्फलकीय रिक्ति और अष्टफलकीय रिक्तियाँ में सम्बन्ध
रिक्तियों की संख्यां (NUMBER OF VOIDS)
संकुलन क्षमता और d व r में सम्बन्ध
सरल घनीय जालक में संकुलन क्षमता और यौगिक का सूत्र
सरल घनीय जालक में संकुलन क्षमता :- सरल घनीय एकक कोष्ठिका में केवल 1 परमाणु होता है।
क्रिष्टल के घनत्व की गणना के लिए सूत्र :-
Some important questions
उदाहरण: 2. तत्व B के परमाणुओं से hcp जालक बनता है और तत्व A के परमाणु 2/3 चतुष्फलकीय रिक्तियों को भरते हैं। इस स्थिति में इस यौगिक का सूत्र A4B3A4B3 होगा।
ब्याख्या:
hcp जालक में बनने वाली रिक्तियों की संख्या तत्व B के परमाणुओं की संख्या के दोगुने के बराबर होगी।
यहाँ केवल 2/3 रिक्तियाँ ही तत्व A के परमाणुओं से अध्यासित है,
अत: A और B परमाणुओं की संख्यां का अनुपात =2×(2/3):1=4:3=2×(2/3):1=4:3 होगा।
अर्थात यौगिक का सूत्र A4B3A4B3 होगा।
प्रश्न 14.एक अणु की वर्ग निविड संकुलित परत में द्विविमीय उप-सहसंयोजन संख्या क्या होगी?
उत्तर:-द्विविमीय निविड संकुलित परत में परमाणु 4 सन्निकट परमाणुओं को स्पर्श करता है अत: इसकी उप-सहसंयोजन संख्या 4 होगी।
प्रश्न 15.एक यौगिक षट्कोणीय निविड़ संकुलित संरचना बनाता है। इसके 0.5 मोल में रिक्तियों की संख्या कितनी होगी? उनमें से कितनी रिक्तियाँ चतुष्फलकीय हैं?
हल:-यौगिक के 0.5 मोल में परमाणुओं की संख्या = 0.5 x 6.022 x 1023
= 3.011 x 1023
अष्टफलकीय रिक्तियों की संख्या = संकुलन में परमाणुओं की संख्या
= 3.011 x 1023
चतुष्फलकीय रिक्तियों की संख्या = 2 x संकुलन में परमाणुओं की संख्या
= 2 x 3.011 x 1023 = 6.022 x 1023
∴ रिक्तियों की कुल संख्या = (3.011 + 6.022) x 1023
= 9.033 x 1023
प्रश्न 16.एक यौगिक दो तत्त्वों M तथा N से बना है। तत्त्व N, ccp संरचना बनाता है और M के परमाणु चतुष्फलकीय रिक्तियों के 1/3 भाग को अध्यासित करते हैं। यौगिक का सूत्र क्या है।
हल:-माना ccp में N परमाणु = n
∴ चतुष्फलकीय रिक्तियों की संख्या = 2n
चूँकि M परमाणु चतुष्फलकीय रिक्तियों का 1/3 भाग घेरते हैं।
अतः M परमाणुओं की संख्या = [latex s=2]\frac { 2n }{ 3 }[/latex]
M : N = [latex s=2]\frac { 2n }{ 3 }[/latex] : n = 2 : 3
अत: सूत्र M2N2 होगा।
प्रश्न 17.निम्नलिखित में से किस जालक में उच्चतम संकुलन क्षमता है?
- सरल घनीय,
- अन्तः केन्द्रित घन और
- षट्कोणीय निविड संकुलित जालक।
उत्तर:-संकुलन क्षमताएँ निम्न हैं –
- सरल घनीय = 52.4%,
- अन्तः केन्द्रित घनीय = 68%,
- षट्कोणीय निविड संकुलित = 74%
अतः षट्कोणीय निविड संकुलित व्यवस्था में अधिकतम संकुलन क्षमता होती है।
प्रश्न 18.एक तत्त्व का मोलर द्रव्यमान 2.7 x 10-2 kg mol-1 है। यह 405 pm लम्बाई की भुजा वाली घनीय एकक कोष्ठिका बनाता है। यदि उसका घनत्व 2.7 x 103 kg m-3 हो तो घनीय एकक कोष्ठिका की प्रकृति क्या होगी?
हल:-
चूँकि प्रति एकक कोष्ठिका में तत्त्व के चार परमाणु हैं, अत: घनीय एकक कोष्ठिका फलक-केन्द्रित (fcc) या घनीय निविड संकुलित होगी।