Excellent Shiksha class - 12th,विद्युत् आवेश एवं विधुत क्षेत्र Class 12 Physics Chapter 1 विधुत आवेश तथा क्षेत्र Part 5

Class 12 Physics Chapter 1 विधुत आवेश तथा क्षेत्र Part 5


Class 12 Physics Chapter 1 विधुत आवेश तथा क्षेत्र Part 5

Class 12 Physics Chapter 1 विधुत आवेश तथा क्षेत्र Part 5 विधुत आवेश तथा क्षेत्र का ही एक अहम् भाग है | अगर आप इस इकाई अथवा पाठ को अच्छे से अध्ययन करना चाहते है तो हम आपसे यही अनुरोध करते है कि आप इस बहुत बड़ी इकाई को छोटे छोटे part में पढ़े | यही वजह है कि हम आपको यहाँ पर part वाइज नोट्स Provide कर रहे है | इस part में जो भी महत्वपूर्ण हैडिंग है उन्हें जरूर याद करे | क्यूंकि ये ही आपको अच्छे मार्क्स प्राप्त करने में मदद करेंगी |

If you need online tutor or help for any questions like mathematics, physics, chemistry numerical or theory then you can contact me on WhatsApp on +918755084148 or click here. Our team help you all time with cheap and best price. If need it on video our team provide you short video for your problem. So keep in touch of our team specialists.

Class 12 Physics Chapter 1 विधुत आवेश तथा क्षेत्र Part 5

Class 12 Physics Chapter 1 विधुत आवेश तथा क्षेत्र Part 5 में हम बोर्ड में पूछे गये कम से कम 3 से 5 मार्क्स का अध्ययन करेंगे | अत: आप इन्हें ध्यान से पढ़े | अगर आप कुछ समस्या महसूस करते है तो आप हमे सम्पर्क कर सकते हो और आप Ask Question पर क्लिक करके प्रश्न भी पूछ सतके हो | हम आपसे ये गुजारिश करते है कि आप इन महत्वपूर्ण हैडिंग को अवस्य याद करेंगे  | क्यूंकि ये वो सभी हैडिंग है जो पिछले बहुत सालो के पेपर में रिपीट हुई है | अगर आप इन्हें याद करके एग्जाम में बैठते है तो आप 90 % से अधिक अंक हासिल कर सकते है |

Class 12 Physics Chapter 1 विधुत आवेश तथा क्षेत्र Part 5 में महत्वपूर्ण  Headings निम्नलिखित है | इन्हें अच्छे से याद करे | ये आपको अच्छे अंक दिलाने में मदद करेगी: 

  1. विद्युत् द्विध्रुव के कारन विद्युत क्षेत्र की तीर्वता
  2. विद्युत् द्विध्रुव की अक्षीय स्थिति में विद्युत क्षेत्र की तीर्वता
  3. विद्युत् द्विध्रुव की निर्क्षीय स्थिति में विद्युत क्षेत्र की तीर्वता
  4. एक समान विद्युत क्षेत्र में विद्युत द्विध्रुव पर बल युग्म आघूर्ण
Class 12 Physics Chapter 1 विधुत आवेश तथा क्षेत्र Part 5

हम आपसे ये गुजारिश करते है कि आप इन महत्व पूर्ण हैडिंग को अवस्य याद करे | क्यूंकि ये वो सभी हैडिंग है जो पिछले बहुत सालो के पेपर में रिपीट हुई है | 

अगर आप इन्हें याद करके एग्जाम में बैठते है तो आप 90 % से अधिक अंक हासिल कर सकते है | 

विद्युत् द्विध्रुव के कारन विद्युत क्षेत्र की तीर्वता

विद्युत्  द्विध्रुव के कारण  विद्युत क्षेत्र की तीर्वता :- इसके कारन तीन स्थितियों में विद्युत क्षेत्र ज्ञात किया जाता है जो निम्न है :-

  1. अक्षीय स्थिति में 
  2. निर्क्षीय स्थिति में 
  3. किसी भी स्थिति में 

विद्युत् द्विध्रुव की अक्षीय स्थिति में विद्युत क्षेत्र की तीर्वता

अक्षीय स्थिति में  विद्युत्  द्विध्रुव के कारन विद्युत क्षेत्र की तीर्वता:- माना द्विध्रुव चित्रानुसार व्यवस्थित किया गया है तब : 

page1

विद्युत् द्विध्रुव की निर्क्षीय स्थिति में विद्युत क्षेत्र की तीर्वता

page2
page3

एक समान विद्युत क्षेत्र में विद्युत द्विध्रुव पर बल युग्म आघूर्ण

एक समान विद्युत क्षेत्र में द्विधुर्व पर बल युग्म आघूर्ण :– माना  एक द्विधुर्व को एक समान विद्युत क्षेत्र में ⁡ θ कोण बनाते हुए रखा गया है , तब इस पर चित्र अनुशार बल कार्य करते है | जिसके कारण इस पर बल युग्म लगता है |

एक समान विद्युत क्षेत्र में द्विधुर्व पर बल युग्म आघूर्ण
बलों द्वारा लगाया गया आघूर्ण = बल X बलों के बीच की दुरी                         
                                                  τ = F x 2l sin θ   
                                                    = q E x 2l sin θ
                                                  τ = pEsin θ     
   
विशेष स्थितिया :- 
1 :- जब  कोण का मान शून्य होगा तब बल आघूर्ण का मान भी शून्य होगा  | 
2:- जब कोण का मान 90 होगा तब बल आघूर्ण का मान अधिकतम होगा |
एक समान विद्युत क्षेत्र में विद्युत द्विधुर्व को घुमाने में किया गया कार्य :- 
माना  एक द्विधुर्व विद्युत क्षेत्र में  θ कोण पर घुमाया गया  है | जो चित्र  प्रदर्शित किया गया है |
एक समान विद्युत क्षेत्र में विद्युत द्विधुर्व को घुमाने में किया गया कार्य
चूँकि बल आघूर्ण  नियत नही है , इसलिए dθ अल्प कोण के लिए बल आघूर्ण  नियत मान कर किया गया कार्य 
                                           किया  गया कार्य = बल आघूर्ण x d θ
                                                            dw = Txdθ  
                                                                 = p E sin θ x d θ
अत: कुल किया गया कार्य  समाकलन करके ज्ञात किया जा सकता है | इसलिए 
एक समान विद्युत क्षेत्र में विद्युत द्विधुर्व को घुमाने में किया गया कार्य
अत: किया गया कार्य उक्त सूत्र द्वारा ज्ञात किया जा सकता है | 
 
विद्युत द्विधुर्व की स्थितिज उर्जा ;- बल आघूर्ण द्वारा किया गया कार्य ही विद्युत स्थितिज उर्जा के रूप में संचित हो जाता है | इसे सामन्यत: निम्न सूत्र द्वारा ज्ञात किया जा सकता है |
U = – pE cosθ 
 
………………….. chapter end …………….

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *